इसरो ने अंतरिक्ष में दो अंतरिक्षयानों (प्रत्येक का वजन लगभग 220 किलोग्राम) को एक साथ जोड़कर अंतरिक्ष डॉकिंग क्षमता का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया है। अंतरिक्ष डॉकिंग से एक वायुरोधी...
ईएसए का प्रोबा-3 मिशन, जो 5 दिसंबर 2024 को इसरो के पीएसएलवी-एक्सएल रॉकेट पर प्रक्षेपित हुआ, एक "सूर्य ग्रहण बनाने वाला" गुप्त और अर्धचंद्राकार दो उपग्रहों का निर्माण है...
इसरो के चंद्रयान-3 चंद्र मिशन के चंद्र रोवर पर लगे एपीएक्ससी उपकरण ने मिट्टी में तत्वों की प्रचुरता का पता लगाने के लिए इन-सीटू स्पेक्ट्रोस्कोपिक अध्ययन किया...
सौर वेधशाला अंतरिक्ष यान, आदित्य-एल1 को 1.5 जनवरी 6 को पृथ्वी से लगभग 2024 मिलियन किमी दूर हेलो-ऑर्बिट में सफलतापूर्वक स्थापित किया गया था। इसे 2 सितंबर 2023 को लॉन्च किया गया था...
इसरो ने उपग्रह XPoSat को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है जो दुनिया का दूसरा 'एक्स-रे पोलारिमेट्री स्पेस ऑब्जर्वेटरी' है। यह अंतरिक्ष-आधारित ध्रुवीकरण माप में अनुसंधान करेगा...
चंद्रयान-3 मिशन का भारत का चंद्र लैंडर विक्रम (रोवर प्रज्ञान के साथ) दक्षिणी ध्रुव पर उच्च अक्षांश वाली चंद्र सतह पर सुरक्षित रूप से सॉफ्ट लैंडिंग कर चुका है...
चंद्रयान-3 चंद्रमा मिशन इसरो की ''सॉफ्ट चंद्र लैंडिंग'' क्षमता का प्रदर्शन करेगा। यह मिशन चंद्र भ्रमण का प्रदर्शन भी करेगा और यथास्थान वैज्ञानिक प्रयोग भी करेगा। ...